शेख हसीना के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय आपराधिक प्राधिकरण में केस दर्ज
ढाका। बांग्लादेश के सैन्य शासन (Bangladesh Protest) ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता छोड़ने को विवश करने के बाद देश से भगाने के बाद अब उनका राजनीतिक अस्तित्व मिटाने और उनकी पार्टी को भी खत्म करने का राजनीतिक षड्यंत्र रचा गया है। हसीना की पार्टी अवामी लीग को प्रतिबंधित करने की हाई कोर्ट में एक रिट याचिका दायर की है। इसके जरिये आवामी लीग पार्टी का पंजीकरण भी रद कराया जाएगा।
पार्टी पर छात्र आंदोलन के लोगों की हत्या के आरोप में यह केस दर्ज किया गया है। बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय आपराधिक प्राधिकरण (आइसीटी) में अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना, उनके पूर्व कैबिनेट मंत्री और 26 अन्य लोगों के खिलाफ एक शिकायत दर्ज की गई है। हसीना और उनके पूर्व मंत्रियों पर मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार के आरोप लगाए गए हैं।
ढाका स्थित हाई कोर्ट में एक रिट याचिका दायर
शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग पर प्रतिबंध लगाने के लिए सारदा सोसाइटी नामक एक संगठन के कार्यकारी निदेशक अरिर्फुर रहमान मुराद ने ढाका स्थित हाई कोर्ट में एक रिट याचिका दायर की है। उन्होंने अपनी याचिका में यह भी अपील की है कि नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार को कम से कम तीन साल का सेवाविस्तार दिया जाए।
27 लोगों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय ट्रिब्यूनल में शिकायत
इस बीच, वरिष्ठ बीएनपी नेता के घर में हमला कर पूर्व विदेश मंत्री दिपू मोनी को एक वरिष्ठ बीएनपी नेता के घर पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। सरकारी समाचार एजेंसी बीएसएस के अनुसार 76 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ मामलों की यह ताजा कड़ी है। हाल के छात्र आंदोलन में मारे गए शहरयार हसन अल्वी के पिता मो.अबुल हसन ने शेख हसीना समेत 27 लोगों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय ट्रिब्यूनल में शिकायत की है।
मंत्रियों के खिलाफ भी केस दर्ज
आइसीटी जांच एजेंसी 500 और अनाम लोगों की पड़ताल कर रही है। इस मामले में अन्य प्रमुख आरोपितों में पूर्व मंत्री अबैदुल कादिर, राशिद खान मेनन, हसनुल हक इनु और पूर्व आइजी अब्लुद अल ममून शामिल हैं। इसके अलावा, सोमवार को ही बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनकी कैबिनेट के दो पूर्व मंत्रियों के खिलाफ हत्या के दो और मामले दर्ज कर लिए गए हैं। शेख हसीना को अपदस्थ करने के लिए हुए देशव्यापी विरोध-प्रदर्शनों के दौरान मारे गए इन लोगों की मौत का दोष भी अपदस्थ प्रधानमंत्री के सिर ही मढ़ दिया गया है।
हसीना समेत 148 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला
लिटन के भाई ने हसीना समेत 148 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। पूर्व मंत्री असदुजमान खान कमाल और पूर्व आइजी अब्लुद अल ममून को भी आरोपित बनाया गया है। तारिक की मां फिदुशी खातून ने हसीना, पूर्व मंत्री अबैदुल कादिर और पूर्व सूचना व प्रसारण मंत्री हसन महमूद समेत 13 अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। ढाका की जिला अदालत इस मामले को देख रही है।
बांग्लादेश में अब 12 लाख रोहिंग्या हैं
इस बीच, बांग्लादेश के नवनियुक्त सुरक्षा सलाहकार पूर्व ले.जनरल मो.जहांगीर आलम चौधरी ने रोहिंग्या संकट पर बताया कि अंतरिम सरकार ने संयुक्त राष्ट्र से अतिरिक्त सहयोग मांगा है। रोहिंग्या की आबादी हर दिन बढ़ती जा रही है। बांग्लादेश में अब 12 लाख रोहिंग्या हैं। बांग्लादेश में अगले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र का ‘फैक्ट फाइंडिंग मिशन’ आएगा। इधर, ढाका के 32 पुलिस थानों 32 पुलिस प्रमुखों की तैनाती में भारी फेरबदल किया गया है।