Uttarakhand

स्तनपान के महत्व बताया, शिशु पोषण को लेकर किया जागरूक

रुद्रप्रयाग। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (National Health Mission) के तत्वावधान में चल रहा विश्व स्तनपान सप्ताह संपन्न हो गया है। इसके तहत जनपद में 344 आशाओं द्वारा 1438 जागरूकता गोष्ठियां कर 6744 शिशुवती महिलाओं को स्तनपान के लाभ के बारे में जागरूक किया। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकरी डाॅ विमल सिंह गुसाईं ने बताया कि विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत ब्लाक अगस्तयमुनि में 164 आशा कार्यकत्रियों द्वारा 651 गोष्ठी, जखोली में 106 आशा कार्यकत्रियों द्वारा 402 गोष्ठी, ऊखीमठ में 74 आशाओं द्वारा 385 गोष्ठियों का आयोजन किया गया, जिसमें अगस्त्यमुनि ब्लाक में 2953, जखोली में 2211 व ऊखीमठ में 1580 शिशुवती महिलाओं को व उनके परिजनों को बताया कि स्तनपान के व्यापक लाभ जैसे शारीरिक व मानसिक विकास, डायरिया, निमोनिया व कुपोषण से बचाव, बच्चे में रोग प्रतिरोधक क्षमता की मजबूती के बारे में जागरूक किया।

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साथ ही प्रसूता को प्रत्येक बच्चे को जन्म के एक घंटे के भीतर स्तनपान कराने और जल्द से जल्द त्वचा से त्वचा संपर्क शुरू करने, पहले 06 माह तक केवल मां का दूध पिलाने, 6 माह से बडे शिशुओं व बच्चों को सुरक्षित व स्वस्थ ऊपरी आहार के साथ स्तनपान जारी रखने का संदेश दिया गया। इसके अतिरिक्त यह भी जागरूक किया कि स्तनपान कराने से मां के स्वास्थ्य में भी सुधार होता है। वहीं, जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्त्यमुनि, जखोली, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ऊखीमठ, पीएचसी फाटा व गुप्तकाशी में भी सप्ताहभर शिशुवती महिलाओं व प्रसूताओं को स्तनपान के बारे में जागरूक किया गया।

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