Uttarakhand

टीएचडीसीआईएल और आरईसी के बीच कोटेश्वर हाई-परफॉर्मेंस वाटर स्पोर्ट्स अकादमी के लिए समझौता ज्ञापन पर हुए हस्ताक्षर

टीएचडीसीआईएल और आरईसी के बीच कोटेश्वर हाई-परफॉर्मेंस वाटर स्पोर्ट्स अकादमी के लिए समझौता ज्ञापन पर हुए हस्ताक्षर

ऋषिकेश:- खेल विकास के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाते हुए, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (THDC India Limited)  (एक अग्रणी अनुसूची-ए, मिनी रत्न पीएसयू) और आरईसी लिमिटेड ने उत्तराखंड स्थित कोटेश्वर हाई-परफॉर्मेंस वाटर स्पोर्ट्स अकादमी में ओलंपिक आकार के स्विमिंग पूल के निर्माण के लिए ₹4 करोड़ की वित्तीय सहायता के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह सहयोग टीएचडीसीआईएल की भारत में विश्व स्तरीय खेल सुविधाएं विकसित करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

यह समझौता ज्ञापन आरईसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, श्री विवेक कुमार देवांगन, टीएचडीसीआईएल के निदेशक (कार्मिक) श्री शैलेंद्र सिंह और आरईसी के निदेशक (वित्त) श्री हर्ष बावेजा की उपस्थिति में संपन्न हुआ। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, श्री आर. के. विश्नोई ने इस महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होने पर शुभकामनाएं दी। श्री विश्नोई ने कहा कि “हम अपनी सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से देश के समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

कोटेश्वर हाई-परफॉर्मेंस वाटर स्पोर्ट्स अकादमी में ओलंपिक आकार के पूल की स्थापना हमारी खेल प्रतिभाओं को निखारने और जल क्रीड़ा में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता का एक उदाहरण है।” टीएचडीसीआईएल के निदेशक (कार्मिक), श्री शैलेंद्र सिंह ने कहा कि “आरईसी के साथ यह सहयोग कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व और सामुदायिक जुड़ाव में नए मानदंड स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ओलंपिक आकार का पूल न केवल राष्ट्रीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करेगा बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए एथलीट्स को तैयार करने में भी मदद करेगा।

सीएसआर गतिविधियों के अंतर्गत खेलों में इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास, प्रशिक्षण में सुधार और कौशल विकास समुदाय के कल्याण को बढ़ावा देने के साथ-साथ एथलीट्स का समर्थन एवं सहयोग करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करता हैं।” इस अत्याधुनिक सुविधा का निर्माण न केवल कोटेश्वर हाई-परफॉर्मेंस वाटर स्पोर्ट्स अकादमी की क्षमताओं को मजबूत करेगा, बल्कि यह जल क्रीड़ा के क्षेत्र में प्रतिभाओं को निखारने का एक प्रमुख केंद्र भी बनेगा ।

इस प्रकार की सुविधाएं विकसित कर टीएचडीसीआईएल आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित और प्रोत्साहित करने के साथ साथ खेलों के क्षेत्र में उत्कृष्ट संस्कृति के निर्माण का लक्ष्य रखता है। आरईसी की ओर से कार्यकारी निदेशक (सीएसआर), श्री प्रदीप फेलो और टीएचडीसीआईएल की ओर से महाप्रबंधक, श्री अमरदीप ने इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button