Uttarakhand

9/11 की तर्ज पर इजरायल पर हमला करने वाला था हमास, आखिरी वक्त में इस कारण टाला प्लान!

9/11 की तर्ज पर इजरायल पर हमला करने वाला था हमास, आखिरी वक्त में इस कारण टाला प्लान!

नई दिल्ली।  हमास और इजरायल (israel attack) के बीच युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। इजरायल पर हमास की ओर से किए गए हमले को एक साल हो गया है और इसको लेकर नए-नए खुलासे आज भी हो रहे हैं। फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने इजरायल पर भयंकर हमला किया थे। हमले में 1,200 से अधिक लोग मारे गए  और सैकड़ों लोगों को बंधक बना लिया गया था जिससे क्षेत्र नए सिरे से हिंसा में डूब गया और चौतरफा युद्ध छिड़ गया।

यह हमला अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए अचानक और चौंकाने वाला प्रतीत हुआ, अब इस हमले को लेकर रिपोर्ट सामने आई है। हाल ही में खोजे गए दस्तावेजों से पता चलता है कि इस हमले की प्लानिंग बनाने में सालों लग गए थे और इसे पहले भी अंजाम दिया जा सकता था, जिससे संभावित रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर 9/11 के हमलों के समान हमले हो सकते थे।

पश्चिमी देशों का कहना है कि इन सब संगठनों को मदद ईरान से मिलती हैं, लेकिन ईरान ने 7 अक्टूबर के हमास के हमले से पल्ला झाड़ लिया है।

ईरान और हिजबुल्लाह से मदद मांगी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमास ने मूल रूप से पिछले साल 7 अक्टूबर के हमले की योजना बनाई थी।  समूह ने अपनी सैन्य क्षमताओं को मजबूत करने और अतिरिक्त धन सुरक्षित करने की मांग करते हुए, ईरान और हिजबुल्लाह से मदद मांगी थी। हमास नेताओं और ईरानी अधिकारियों के बीच दस्तावेजों और पत्राचार से निकाले गए ये निष्कर्ष, सावधानीपूर्वक योजना का खुलासा करते हैं, जिनकी महत्वाकांक्षाएं 7 अक्टूबर की घातक घटनाओं से कहीं आगे तक फैली हुई हैं।

इन चर्चाओं में केंद्रीय भूमिका निभाने वाले अमास नेता याह्या सिनवार के साथ टॉप कमांडर मुहम्मद दीफ, मारवान इस्सा और उनके भाई मुहम्मद सिनवार भी शामिल हुए। बैठकें जनवरी 2022 में शुरू हुईं और अगस्त 2023 तक जारी रहीं, जिसमें प्रतिभागियों ने लॉजिस्टिक रणनीतियों और संभावित लक्ष्यों पर चर्चा की। 2022 में एक प्रारंभिक बैठक के दौरान, लोगों ने “बड़ी परियोजना” पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, इजरायल के साथ समय से पहले बढ़ते तनाव से बचने का फैसला किया, जिसमें अभूतपूर्व समन्वय और संसाधन शामिल होंगे।

गाजा के कारण रूकी हमास की योजना

लेकिन हमास की योजना गाजा के कारण रूक गई । समूह ने सक्रिय रूप से क्षेत्रीय शक्तियों, विशेषकर ईरान से वित्तीय और सैन्य समर्थन मांगा। जून 2021 की शुरुआत में, सिनवार ने ईरानी अधिकारियों को पत्र लिखकर अंततः 7 अक्टूबर के हमले के लिए वित्तीय सहायता मांगी थी।

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