पूर्णसद्गुरु ही करवा सकते हैं आत्मा का परमात्मा से मिलन – डॉ. सर्वेश्वर
देहरादून। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (Divya Jyoti Jagrati Sansthan) द्वारा देहरादून के निरंजन फार्म में 22-28 दिसम्बर तक आयोजित की जा रही श्री शिव कथा के पंचम् दिवस कथा व्यास डॉ. सर्वेश्वर जी ने महापार्थिवेश्वर हिमालय राज की शक्ति स्वरूपा पुत्री पार्वती जी का भगवान शिव के संग विवाह प्रसंग प्रस्तुत किया, जो कि गूढ़ अध्यात्मिक संदेश समेटे हुए है। माता पार्वती जीवात्मा का प्रतीक हैं और भगवान शिव साक्षात् परब्रह्म परमेश्वर का। हम समस्त जीवों का उस परमात्मा के साथ मिलन किस प्रकार से संभव है? जैसे नारद जी मां पार्वती के गुरु बन कर आए।
ठीक ऐसे ही, हमें भी अपने जीवन में नारद जी जैसे एक ब्रह्मनिष्ठ तत्त्ववेत्ता सद्गुरु का सान्निध्य चाहिए जिनके कृपाहस्त तले हम उस ईश्वर का अर्थात् शिव का साक्षात्कार कर पाएंगे। इसी के साथ कथा व्यास जी ने समाज में प्रचलित एक धारणा का भी खंडन करते हुए कहा कि लोग अक्सर सोचते हैं किभगवान शिव केविवाह में नंदी-भृंगी इत्यादि समस्त शिवगण अत्यंत प्रसन्न होकर भांगकी मस्ती में झूम उठे थेऔर उसी का अनुसरण करते हुए आज लोग भी महाशिवरात्रि पे नशों का सेवन करते हैं।यह हमारे समाज की विडंबना है कि भगवान शिव के नाम पर हम ईश्वर के उस अमृत रस को छोड़कर सांसारिक नशों का पान करते हैं।
हमारे शास्त्र ग्रंथ कहते हैं कि जिसमें क्षण मात्र की भी शांति नहीं है, वह नशा है। नशा करना ही है तो वो नशा करें जो हमारे देश-भक्तों ने किया जिन्होंने भरी जवानी में देश की आज़ादी के लिए फाँसी के फंदों को चूम लिया। आज उन्हीं के बलिदानों के कारण हम आज़ाद फिज़ा में साँस ले पा रहे हैं। अत: आज आवश्यकता है आत्मिक रूप से जागरूक होकर सच्चे शिवत्व को अपने भीतर प्राप्त करने की, तभी हम देश, राष्ट्र व समाज के निर्माण में अपना सच्चा योगदान दे सकते हैं। इस अवसर पर वाद्य वृन्दों के द्वारा “रंग दे बसंती चोला” गीत गाकर श्रोताओं को देश भक्ति के रंग में निहाल किया गया।
आज भी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सविता कपूर विधायक कैंट क्षेत्र देहरादून, श्री विरेन्द्र माहेश्वरी सेवानिवृत्त रजिस्ट्रार हाई कोर्ट, नैनीताल, अनेकों विशिष्ट अतिथियों ने भाग लिया। शिव प्रकाश सेमवाल वरिष्ठ अधिवक्ता, डॉ० विजय भट्ट वरिष्ठ वैज्ञानिक वनस्पति विज्ञान, श्री उमेश कुमार त्रिपाठी, श्रीमती बीना नौटियाल उपाध्यक्ष कैंटबोर्ड, श्री मनोहर सिंह रावत व्यवसायी, सुरेश चंद्र गैरोला, श्रीमती शशी चमोली धर्मपत्नी विधायक धर्मपुर श्री विनोद चमोली, श्रीमती मुकेश राठौर (भागवत कथा समिति), श्री अंकित गोयल सी.ए. अन्य बहुत से अतिथियों ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। समापन पर महामंगल आरती का आयोजन हुआ जिसमें उपरोक्त अतिथियों के साथ-साथ यजमानों द्वारा भी भाग लिया गया। तत्पश्चात! प्रसाद का वितरण करते हुए पंचम् दिवस की भगवान शिव कथा को विराम दिया गया।