Uttarakhand

फ़िज़िक्स वाला (पीडब्लू) लॉन्च करेगा 77 नए टेक-इनेबल्ड विद्यापीठ ऑफलाइन सेंटर्स

फ़िज़िक्स वाला (पीडब्लू) लॉन्च करेगा 77 नए टेक-इनेबल्ड विद्यापीठ ऑफलाइन सेंटर्स

देहरादून: फ़िज़िक्स वाला (पीडब्लू), भारत की प्रमुख एडटेक कंपनी, उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा देने के लिए शैक्षणिक वर्ष 25-26 में77 नए ऑफलाइन टेक-इनेबल्ड लर्निंग सेंटर्स खोलने का ऐलान किया है। ये नए सेंटर्स तमिलनाडु, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और कई अन्य राज्यों में खोले जाएंगे। इस विस्तार से पीडब्लू के ऑफलाइन सेंटर्स की कुल संख्या 126 से बढ़कर 203 हो जाएगी, जो 141 शहरों में होंगे। इस कदम का मकसद खासकर टियर 2 और टियर 3 शहरों के बच्चों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुँचाना है, ताकि देश के दूर-दराज़ के इलाकों तक भी इसका लाभ मिल सके।

शैक्षणिक वर्ष 24-25 में पीडब्लू के विद्यापीठ और पाठशाला सेंटर्स में 2 लाख से ज़्यादा छात्रों ने एडमिशन लिया, जो पीडब्लू के मिशन पर लोगों के बढ़ते भरोसे को दर्शाता है। अगले शैक्षणिक वर्ष में पीडब्लू का लक्ष्य 2.5 लाख छात्रों को पढ़ाना है और कंपनी इस बात पर पूरी तरह से ध्यान देती है कि हर स्टूडेंट को उसकी पढ़ाई के लिए जरूरी गाइडेंस और संसाधन मिलें। आज लगभग हर IIT और हर AIIMS में पीडब्लू का कोई न कोई छात्र पढ़ रहा है। पीडब्लू के ऑफलाइन सेंटर्स दो मॉडल्स में बंटे हुए हैं – विद्यापीठ और पाठशाला । विद्यापीठ सेंटर्स टेक-इनेबल्ड हैं, जहाँ छात्र क्लास रूम में आकर अनुभवी टीचर्स से पढ़ाई करते हैं।

वहीं पाठशाला मॉडल में ‘दो-टीचर सिस्टम’ है, जहाँ एक टीचर वर्चुअली पढ़ाते हैं और दूसरा टीचर क्लासरूम में रहकर स्टूडेंट्स के सवालों के जवाब देता है। इस मॉडल से छात्र चाहे कहीं भी हों, वे देश के टॉप टीचर्स से पढ़ाई कर सकते हैं। इन दोनों मॉडल्स को मिलाकर पीडब्लू ने डिजिटल और फिजिकल लर्निंग को एक साथ लाकर देशभर के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी है। उनकी भलाई को प्राथमिकता देते हैं। नए सेंटर्स खोलकर हम ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि छात्रों को अच्छी शिक्षा के लिए लंबी दूरी तय न करनी पड़े, जिससे उनका आर्थिक बोझ भी कम हो।

साथ ही, हम ये भी चाहते हैं कि उन्हें अपनी पढ़ाई के लिए दूसरे शहरों में शिफ्ट होने का मानसिक और भावनात्मक तनाव न झेलना पड़े।” हाल ही में फ़िज़िक्स वाला ने अपनी तीसरी नेशनल स्कॉलरशिप एंट्रेंस टेस्ट (NSAT) 2024 का आयोजन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों में हुआ। इस टेस्ट के लिए 250 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप रखी गई थी, जो इसे देश के सबसे बड़े स्कालरशिप टेस्ट में से एक बनाता है। इस पहल का मकसद NEET-UG और IIT-JEE जैसे बड़े एग्ज़ाम्स की तैयारी कर रहे छात्रों को उनकी आर्थिक स्थिति की परवाह किए बिना शिक्षा और एक्सपर्ट गाइडेंस देना है।

PW देहरादून विद्यापीठ के वरिष्ठ अधिकारियों ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान विस्तार को लेकर अपनी उत्सुकता साझा की: “यह नई सुविधा हमारे शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने और छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षणिक संसाधनों तक पहुंच प्रदान करने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। जीएमएस रोड कैंपस अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा, अत्यधिक योग्य संकाय, और शैक्षणिक कार्यक्रम लाएगा, जो NEET/JEE और ओलंपियाड की तैयारी करने वाले छात्रों की मदद करेगा, ताकि वे सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक सभी चीज़ों से सुसज्जित हों।”

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button