“लेखक गाँव थानों में हिंदी के वैश्विक प्रसार की तैयारी, यज्ञ में शामिल हुए ‘निशंक’ “
थानों: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत सरकार के पूर्व शिक्षा मंत्री, डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने लेखक गाँव थानों में आयोजित एक विशेष यज्ञ कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस आयोजन का उद्देश्य समाज में शांति, सद्भाव और समृद्धि के लिए प्रार्थना करना था।साथ ही संस्कृति, साहित्य और कला को समर्पित एक विशेष महोत्सव की शुरुआत को आधिकारिक रूप से चिन्हित करना है।
गौरतलब है कि 23 से 27 अक्टूबर 2024 तक लेखक गाँव थानों में एक अंतर्राष्ट्रीय कला, साहित्य एवं संस्कृति महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें देश-विदेश के जाने-माने साहित्यकार, कलाकार और विद्वान शामिल होंगे। इस महोत्सव का उद्देश्य हिंदी भाषा, साहित्य और सांस्कृतिक धरोहर के वैश्विक प्रसार में योगदान देना है।
स्थानीय निवासियों के साथ मिलकर निशंक ने यज्ञ में आहुतियां अर्पित कीं और क्षेत्र की समृद्धि और उन्नति के लिए आशीर्वाद मांगा। डॉ. निशंक ने इस अवसर पर कहा, “यज्ञ हमारे प्राचीन संस्कारों का एक अभिन्न अंग है। यह न केवल पर्यावरण की शुद्धि करता है बल्कि हमें मानसिक और आत्मिक शांति भी प्रदान करता है।”
रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने इस अवसर पर कहा, “हिंदी भाषा का वैश्विक प्रसार न केवल हमारे सांस्कृतिक और साहित्यिक इतिहास का सम्मान है, बल्कि यह हमें अपनी जड़ों से जुड़ने और अपनी पहचान को सशक्त बनाने का अवसर भी देता है।” उन्होंने यह भी कहा कि यह महोत्सव हिंदी प्रेमियों के लिए एक सुनहरा अवसर है कि वे हिंदी के साथ-साथ भारतीय संस्कृति की समृद्धता को जानें और समझें।
उन्होंने इस पावन कार्यक्रम में सहभागिता को अपने लिए सौभाग्य बताया कार्यक्रम में उपस्थित स्थानीय नागरिकों ने निशंक के साथ संवाद कर अपनी समस्याओं और विकास से जुड़ी अपेक्षाओं को भी साझा किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे हमेशा उत्तराखंड के विकास और क्षेत्र की प्रगति के लिए समर्पित रहेंगे।
यज्ञ में स्थानीय धर्मगुरुओं ने भी विशेष मंत्रों का उच्चारण किया और सभी के लिए सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। इस दौरान रिटायर्ड डीजीपी बिहार डी.एस.बिष्ट, विदुषी निशंक, आर्यन देव उनियाल, बेचैन कंडियाल, पूजा पोखरियाल, प्रीति पोखरियाल, सुप्रिया रतूड़ी आदि उपस्थित थे।